विष्णु मंत्र तथा विष्णु श्लोक – Mantra For Vishnu Bhagwan

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Shri Vishnu Mantra – विष्णु मंत्र तथा विष्णु श्लोक 

Mantra For Vishnu Bhagwan – गुरुवार को विष्णु मंत्र के साथ विष्णु गायत्री मंत्र और मंगलम भगवान विष्णु श्लोक का जाप करना फलदायी रहता है.  इससे भगवान विष्णु संपन्नता और वैभव प्रदान करते हैं, शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु जगत का पालन करने वाले देवता हैं. उनका स्वरूप शांत और आनंदमयी है. श्री हरि विष्‍णु के विविध मंत्र हैं जिनका जाप कर धन-वैभव एवं संपन्नता में वृद्धि की जा सकती है.

विष्णु मंत्र हिंदी में – Vinshnu Mantra Hindi

ॐ  नमो  नारायणाय
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय
ॐ विष्णवे नम:
ॐ हूं विष्णवे नम:

विष्णु गायत्री  महामंत्र – Vishnu Gayatri Mantra

।। ऊँ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात् ।।
॥ ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ॥

विष्णु के पंचरूप मंत्र –  Bhagwan Vishnu Mantra

ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:

श्री हरी विष्णु का सरल जाप – Vishnu Mantra in Hindi

ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।।

धन-वैभव हेतु विष्णु मंत्र – Lord Vishnu Mantra For Success & Wealth

ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।

मंगलम भगवान विष्णु मंत्र – Mangalam Bhagwan Vishnu Mantra

मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

मंगलम भगवान विष्णु मंत्र अर्थ

भगवान विष्णु का मंगल हो, जिसके ध्वज में गरुड़ हैं उसका मंगलमय हो, जिसके कमल जैसे नेत्र हैं उसका मंगलमय हो, उस प्रभु हरि का मंगलमय हो।

श्री विष्णु श्लोक अर्थ सहित – Vishnu Sloka 

शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् ॥

विष्णु मंत्र का अर्थ

मैं भगवान विष्णु को नमन करता हूं जो इस सृष्टि के पालक और रक्षक हैं, जो शांतिपूर्ण है, जो विशाल सर्प के ऊपर लेटे हुए हैं जिनकी नाभि से कमल का फूल निकला हुआ है जो ब्रह्मांड का सृजन करता है, जो एक परमात्मा है, जो पूरी सृष्टि को चलाने वाला है, जो सर्वव्यापी है जो बादलों की तरह सांवले हैं जिनकी आंखें कमल के समान है, वही समस्त संपत्तियों के स्वामी हैं, योगी जन उनको समझने के लिए ध्यान करते हैं, वह इस संसार के भय का नाश करने वाले हैं, सब लोगों के स्वामी भगवान विष्णु को मेरा नमस्कार।

 

श्री विष्णु श्लोक हिंदी में – Vishnu Sloka Hindi

सशङ्खचक्रं सकिरीटकुण्डलं सपीतवस्त्रं सरसीरुहेक्षणम् ।
सहारवक्षस्स्थलशोभिकौस्तुभं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम् ॥

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