ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव लिरिक्स ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव…
Author: Team Bhaktisatsang
भक्ति सत्संग वेबसाइट ईश्वरीय भक्ति में ओतप्रोत रहने वाले उन सभी मनुष्यो के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा है, जिन्हे अपने निज जीवन में सदैव ईश्वर और ईश्वरत्व का एहसास रहा है और महाज्ञानियो द्वारा बतलाये गए सत के पथ पर चलने हेतु तत्पर है | यहाँ पधारने के लिए आप सभी महानुभावो को कोटि कोटि प्रणाम
करवा चौथ की कथा – Karwa chauth Vrat Katha in Hindi Karwa chauth story – कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मानाया जाने वाला करवा चौथ (Karwa chauth ki kahani) महिलाओं के लिए बेहद खास है। इसलिए इस दिन (Karwa chauth katha in Hindi) की पूजा भी खास विधि (Karwa chauth Puja Vidhi)
राजू से सत्यसाईं तक का सफर सत्य साईं बाबा के बचपन का नाम सत्यनारायण राजू था। सत्य साईं का जन्म आन्ध्र प्रदेश के पुत्तपार्थी गांव में 23 नवंबर 1926 को हुआ था। वह श्री पेदू वेंकप्पाराजू एवं मां ईश्वराम्मा की संतानों में सत्यनारायणा एक भाई और दो बहनों के बाद सब से छोटे थे। उनके
ऊपरी हवा पहचान और निदान प्रायः सभी धर्मग्रंथों में ऊपरी हवाओं, नजर दोषों आदि का उल्लेख है। कुछ ग्रंथों में इन्हें बुरी आत्मा कहा गया है तो कुछ अन्य में भूत-प्रेत और जिन्न। यहां ज्योतिष के आधार पर नजर दोष का विश्लेषण प्रस्तुत है। ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार गुरु पितृदोष, शनि यमदोष, चंद्र व शुक्र जल देवी दोष, राहु सर्प
Dhyan lagane ki vidhi – ध्यान योग विधि जो लोग शरीर के तल पर ज्यादा संवेदनशील हैं, उनके लिए ऐसी विधियां हैं जो शरीर के माध्यम से ही आत्यंतिक अनुभव पर पहुंचा सकती हैं। जो भाव-प्रवण हैं, भावुक प्रकृति के हैं, वे भक्ति-प्रार्थना के मार्ग पर चल सकते हैं। जो बुद्धि-प्रवण हैं, बुद्धिजीवी हैं, उनके लिए
चक्रों के प्रतीकात्मक वैदिक नाम | Vedic cycles symbolic name आपके अंदर जो सुषुप्त केंद्र हैं उनको विकसित करने के किये श्रृंगार होता है । हमारे शरीर में सात केंद्र हैं। १) मूलाधार केंद्र : जन्म से लेकर सात साल तक मूलाधार केंद्र विकसित होता है, यदि सात वर्ष की उम्र तक बच्चे की निरोगता
Indian Astrology के अनुसार जाने आपकी Education और career में सफलता के योग दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते ही ‘कौन-सा विषय चुनें’ यह यक्ष प्रश्न बच्चों के सामने आ खड़ा होता है। माता पिता को अपनी महत्वाकांक्षाओं को परे रखकर एक नजर कुंडली पर भी मार लेनी चाहिए। बच्चे किस विषय में सिद्धहस्त होंगे, यह