Vishnu Bhagwan Ki Katha

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पापमोचिनी एकादशी व्रत कथा और पूजा विधि की सम्पूर्ण जानकारी

पापमोचिनी एकादशी – Papmochani Ekadashi  पापमोचनी एकादशी (Papmochani Ekadashi) पापों को नष्ट करने वाली एकादशी है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि पापमोचनी एकादशी व्रत (Papmochani Ekadashi […]

देवी लक्ष्मी की बहन दरिद्रा (ज्येष्ठा) की कथा – Stories of Lakshmi

Stories of Lakshmi – देवी लक्ष्मी की बहन दरिद्रा (ज्येष्ठा) की कथा goddess lakshmi stories – समुद्र मंथन के समय हलाहल के निकलने के पश्चात् दरिद्रा की, तत्पश्चात् लक्ष्मी जी

आमलकी एकादशी – जानिए समस्त पापों का नाश करने वाली एकादशी की व्रत कथा और मंत्र

आमलकी एकादशी – Amalaki Ekadasi  Amalaki Ekadasi Vrat Katha : आमलकी एकादशी व्रत शुक्ल पक्ष की एकादशी को किया जाता है. इस व्रत में आंवले के वृक्ष की पूजा करने

हिन्दू पौराणिक कथाओ के अनुसार यह है पृथ्वी में भूकम्प आने का कारण

हिन्दू पौराणिक कथाओ के अनुसार यह है पृथ्वी में भूकम्प आने का कारण हमारे हिन्दू धर्म में पृथ्वी को माता की उपाधि दी गई है तथा उनको धरती माता के

समुद्र मंथन की कथा – Samudra Manthan Story

समुद्र मंथन – Samudra Manthan Story  आज आपको समुन्द्र मंथन की कथा (story of samudra manthan) जिसमे श्री विष्णु ने कूर्म अवतार (kurma avatar) और फिर मोहिनी अवतार (mohini avatar)

सत्यनारायण कथा : जीवन के सभी कष्टो से मुक्ति देती अद्भुत कथा

सत्यनारायण कथा : Satyanarayan katha in Hindi Satyanarayan vrat katha in Hindi – सत्यनारायण कथा सनातन (हिंदूधर्म) के अनुयायियों में लगभग पूरे भारतवर्ष में प्रचलित है। सत्यनारायण भगवान विष्णु (Satyanarayan

नृसिंह जयंती व्रतकथा

नृसिंह जयंती व्रतकथा | Narsmiha Vrat Khatha हिन्दू पंचांग के अनुसारनृसिंह जयंती का व्रतवैशाख माह के शुक्ल पक्षकी चतुर्थी तिथि को मनायाजाता है| पुराणों में वर्णितकथाओं के अनुसार इसीपावन दिवस को भक्तप्रहलाद की रक्षा करने केलिए भगवान विष्णु ने नृसिंह रूप में अवतार लिया था| जिस कारणवश यह दिन भगवान नृसिंह के जयंती रूप में बड़े ही धूमधाम और हर्सोल्लास के साथ मनाया जाता है| भगवान नृसिंह

ध्रुवतारे की कथा

ध्रुवतारे की कथा | Dhruvtara Khatha राजा उत्तानपाद ब्रह्माजी के मानस पुत्र स्वयंभू मनु के पुत्र थे। उनकी सनीति एवं सुरुचि नामक दो पत्नियाँ थीं। उन्हें सुनीति से ध्रुव एवं

जब टूटा शनिदेव का अंहकार(पिप्पलाद की कथा)

शनिदेव का अंहकार(पिप्पलाद की कथा) | Shani Aahamkar (Pipalaad Story) त्रेतायुग में एक बार बारिश के अभाव से अकाल पड़ा। तब कौशिक मुनि परिवार के लालन-पालन के लिए अपना गृहस्थान

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