धर्म ज्ञान

परमपिता ब्रह्मा के मानस पुत्र

परमपिता ब्रह्मा के मानस पुत्र ये तो हम सभी जानते हैं कि परमपिता ब्रह्मा से ही इस सारी सृष्टि का आरम्भ हुआ। सर्वप्रथम ब्रह्मा ने पृथ्वी सहित सारी सृष्टि की […]

हिन्दू पञ्चाङ्ग में संवत्सर (संवत) क्या और कितने हैं?

संवत्सर एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ होता है “वर्ष”। इसे ही आधुनिक भाषा में संवत के नाम से जानते हैं। हिन्दू पञ्चाङ्ग में कई प्रकार के संवत्सरों का वर्णन

सनातन धर्म के 18 स्मृति ग्रन्थ बताते है जीने का सही ढंग

स्मृति ग्रन्थ किसी भी समाज व्यवस्थित संचालन के लिए नियम और विधि-निषेध ज़रूरी होते हैं। राजा या शासन द्वारा निर्धारित नियम अपनी जगह महत्त्व रखते हैं, लेकिन समाज को सही

क्या ब्राह्मण कुल में जन्म लेने से ब्राह्मण कहलाने के अधिकारी है ?         

ब्राह्मण क्या है – ब्राह्मण का अर्थ | Brahman in Hindi हमारे देश में आज ‘ब्राह्मण’ शब्द को लेकर बहुत व्यापक बहस चल रही है. उन्हें बहुत गालियां दी जा

दीपावली पर लेख – दीपोत्सव पर रोशनी से करे अँधेरे के माथे पर तिलक

दीपावली पर निबंध – दीपावली पर लेख दीपावली पर निबंध  – इस दीपोत्सव पर वह दीप जलाएं जिससे न केवल घर आंगन, शहर, देश बल्कि पूरे विश्व में उसका प्रकाश

महामृत्युंजय मंत्र – शिवालय में दीपदान के साथ करे महामृत्युंजय का जाप

महामृत्युंजय मंत्र – महामृत्युंजय मंत्र इन हिंदी महामृत्युंजय मंत्र की महिमा अति भारी है क्योकि दुर्घटना-घटना, प्राणान्तक शस्त्र प्रहार, घात, छल आदि से अकाल मृत्यु से किसे भय नहीं लगता,

शरद पूर्णिमा – जाने शरद पूर्णिमा महत्व, खीर में अमृत वर्षा का विज्ञानं और धनप्राप्ति उपाय

शरद पूर्णिमा का महत्व | sharad purnima in hindi शरद पूर्णिमा,आश्चिन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। ज्‍योतिष के अनुसार, शरद

देवपूजन की अचार संहिता – घर के पूजा घर में इन नियमो का पालन करना है अति आवश्यक

देवपूजन की अचार संहिता देवपूजा पूर्व या उत्तरमुख होकर और पितृपूजा दक्षिणमुख होकर करनी चाहिये। यदि संभव हो सके तो सुबह 6 से 8 बजे के बीच में पूजा अवश्य

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