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भक्ति सत्संग वेबसाइट ईश्वरीय भक्ति में ओतप्रोत रहने वाले उन सभी मनुष्यो के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा है, जिन्हे अपने निज जीवन में सदैव ईश्वर और ईश्वरत्व का एहसास रहा है और महाज्ञानियो द्वारा बतलाये गए सत के पथ पर चलने हेतु तत्पर है | यहाँ पधारने के लिए आप सभी महानुभावो को कोटि कोटि प्रणाम

शिवभक्त राजा चंद्रसेन और बालक की कथा

शिवभक्त राजा चंद्रसेन और बालक की कथा | Shivbhakth Chandrasen Balak उज्जयिनी नगरी में महान शिवभक्त तथा जितेन्द्रिय चन्द्रसेन नामक एक राजा थे। उन्होंने शास्त्रों का गम्भीर अध्ययन कर उनके […]

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कथा – Mahakaleshwar Temple Ujjain

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – Mahakaleshwar Temple  उज्जैन नगरी में स्तिथ महाकाल ज्योतिर्लिंग (Mahakal Jyotirlinga) शिवजी का तीसरा ज्योतिर्लिंग कहलाता है। यह एक मात्र ज्योतिर्लिंग है जो दक्षिणमुखी है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Mahakaleshwar

Somnath Jyotirling – सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा

  सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा | Somnath Jyotirling शिव पुराण के अनुसार सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव का प्रथम ज्योतिर्लिंग है। यह मंदिर गुजरात राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है।

ब्रह्म तत्व सर्वव्यापी है और जो शाश्वत अजर-अमर और अविनाशी स्वरूप है

ब्रह्म तत्व सर्वव्यापी है और जो शाश्वत अजर-अमर और अविनाशी स्वरूप है सृष्टि के कण-कण में उसका निवास है। अणु-अणु का मूलाधार वह परमात्म तत्त्व ही है। सब कुछ उसी

हिन्‍दू धर्म – जिसके मूल तत्व सत्य, अहिंसा, दया, क्षमा, दान है …

हिन्‍दू धर्म – जिसके मूल तत्व सत्य, अहिंसा, दया, क्षमा, दान है … हिन्‍दू धर्म -Sanatan Dharma  हिन्दुत्व को प्राचीन काल में सनातन धर्म कहा जाता था। हिन्दुओं के धर्म

संत पुंडलिक की मातृ-पितृ भक्ति

संत पुंडलिक की मातृ-पितृ भक्ति | Saint Pundlik Ki Bhakti संत पुंडलिक माता-पिता के परम भक्त थे। एक दिन पुंडलिक अपने माता-पिता के पैर दबा रहे थे कि श्रीकृष्ण रुक्मिणी

संत कंवर राम की प्रभु भक्ति

संत कंवर राम की प्रभु भक्ति | Saint Kanwar Ram सिंध में कंवर राम नामक एक प्रसिद्ध संत हो गए हैं। वे गांव-गांव जाकर भगवद्भजन के माध्यम से भक्ति का

माघ स्नान की पौराणिक कथा

माघ स्नान की पौराणिक कथा | Maagh Snan Katha  स्कंदपुराण के रेवाखंड में माघ स्नान की कथा के उल्लेख में आया है कि प्राचीन काल में नर्मदा तट पर शुभव्रत

माया का चमत्कार…

माया का चमत्कार… | Maaya Ka Chamatkaar कौसल नगर में गाधि नामक ब्राह्मण रहते थे। वे प्रकांड पंडित और धर्मात्मा थे। सदैव अपने में लीन रहते थे। इसी का फल

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