भागवत भगवान की आरती – Bhagwat Bhagwan ki Aarti
Bhagwat Bhagwan Ki Aarti – मनुष्य के जीवन में भागवत का बड़ा महत्व है। (Bhagwat Bhagwan Ki Hai Aarti) इसमें भक्त, भगवान एवं स्थान का वर्णन होता है। मनुष्य का मन और बुद्धि निर्मल होने पर ही ज्ञान की बातें समझ में आती हैं। ( Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti lyrics) चरित, परीक्षित मोक्ष प्रसंग का वर्णन किया गया (Bhagwat Bhagwan Ki Hai Aarti Papiyo Ko Paap Se Hai Tarti)आदमी को मन व बुद्धि को शांत और एकाग्र करके हरि भक्ति में लगाना चाहिए। भागवत कथा में सुदामा (Bhagwat Bhagwan Ki Aarti lyrics) चरित, परीक्षित मोक्ष प्रसंग का वर्णन किया गया जो हमारे मन को एकाग्र करने में हमारी सहायता करते है।
भागवत भगवान की आरती – Bhagwat Bhagwan ki Aarti
भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से हे तारती
ये अमर ग्रंथ ये मुक्ति पन्थ,
ये पंचम वेद निराला,
नव ज्योति जगाने वाला,
हरी नाम यही, हरी धाम यही,
यही जग मंगल की आरती,
पापियो को पाप से है तारती,
श्री भागवत भगवान की है आरती,
पापियो को पाप से है तारती।।
ये शान्ति गीत पावन पुनीत,
पापो को मिटाने वाला,
हरि दरश दिखाने वाला,
यह सुख करनी, यह दुःख हरनी,
श्री मधुसूदन की आरती,
पापियो को पाप से है तारती,
श्री भागवत भगवान की हैं आरती
पापियो को पाप से है तारती।।
ये मधुर बोल,जग फन्द खोल,
सन्मार्ग दिखाने वाला,
बिगड़ी को बनाने वाला,
श्री राम यही, घनश्याम यही,
प्रभु की महिमा की आरती,
पापियो को पाप से है तारती,
श्री भागवत भगवान की हैं आरती
पापियो को पाप से है तारती।।
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