हिन्दुओं के पर्व और त्योहार

हिन्दुओं के पर्व और त्योहार

हिन्दुओं के पर्व और त्योहार खुशियों से जुड़े हैं

हिन्दुओं के तीन प्रमुख पर्व हैं :-

(अ) विजय दशमी

(ब) दीपावली

(स) होली या होलिका

 हिन्दुओ के अन्य त्यौहार में महाशिवरात्रि तथा मकर संक्रान्ति पर्व भी शामिल है |

विजय दशमी

वर्षा ऋतु के पश्चात् आश्विन शुक्ल पक्ष के प्रारम्भ होने तक नयी फसल कृषकों के घर आ जाती है । नई फसल के आने से किसान के शोक-संतप्त मन का संहार होता है तथा उसका स्थान प्रफुल्ल मन ले लेता है ।

इसी पक्ष में दशमी के दिन राम द्वारा रावण के प्रतीकात्मक वध का आयोजन किया जाता है । संस्कृत भाषा में रावण का अर्थ क्रन्दन करने वाला, शोक के कारण रोने-धोने वाला, चीखने वाला, दहाड़ने वाला तथा राम का अर्थ आनन्ददाता होता है । शोक और रुदन के प्रतीक रावण को मार कर आनन्द के प्रतीक राम का पदार्पण होता है । कहा गया है कि  ‘बुभुक्षित: किं न करोति पापम्’। जब अभाव की स्थिति समाप्त होती है तो मन पाप या बुरे कर्म से विरत होकर अच्छाई की ओर अग्रसर होने लगता है । अत: विजय दशमी को बुराई पर अच्छाई की विजय के पर्व के रूप में भी मनाया जाता है ।

उत्तर भारत में विजयादशमी को दशहरा भी कहा जाता है जो ‘दश’ (दस) एवं  ‘अहन्’ से बना है । विजयादशमी वर्ष की तीन अत्यन्त शुभ तिथियों में से एक है, अन्य दो हैं चैत्र शुक्ल की एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा । इसी दिन लोग नया कार्य प्रारम्भ करते हैं । प्राचीन काल में राजा लोग इस दिन विजय की प्रार्थना कर रण-यात्रा पर निकलते थे ।

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