पेड़-पौधों द्वारा वास्तु उपचार – Vastu Upay Through Tree
पेड़-पौधे भगवान द्वारा भेंट की हुई वह चमत्कारिक शक्ति है, यदि इसे संयोजित ढंग से प्रयोग किया जाए तो हर समस्या का समाधान संभव है। आधुनिक वास्तु विज्ञान आज के समय में वरदान से कम नहीं है। यह हमारे जीवन को प्राकृतिक रूप से सुंदर और सुखी बनाने में सक्षम है। इसका एक मुख्य अंश है पेड़ पौधों द्वारा वास्तु उपचार।
क्या आप जानते हैं कि यदि हम किसी पौधे को सही दिशा में लगाते हैं तो यह हमारी दशा को भी बदल देता है। वास्तु व ज्योतिष को पेड़ पौधे से संयुक्त कर जीवन में पूर्ण बदलाव लाना संभव है। हर पौधे की अपनी एक उपचारक क्षमता होती है और इनको सही दिशा में रखकर उस दिशा की वस्तु को प्रभावित किया जा सकता है।
किस दिशा में रखें कौन सा पौधा ?
घर या ऑफिस की उत्तर दिशा को बुध की दिशा मानी जाती है। इस दिशा का खुला व हवादार होना अति शुभ फल देता है। अगर इस दिशा में हरियाली का प्रबंध किया जाए तो हमारे जीवन में बौद्धिक विकास होता है। चर्म रोग, वाणी दोष, तामसिक बुद्धि, नशे की प्रवृति, कुष्ठरोग, पेट के रोग, दांतों की समस्या, चिड़चिड़ापन आदि को प्राकृतिक रूप से उपचारित किया जा सकता है।
उत्तर दिशा शुभ दिशा कुबेर का क्षेत्र माना जाता है। इस दिशा में शुभ पौधे जैसे तुलसी, केले का पेड़, अरेलिया, गेंदा आदि लगाने से कुबेर देव की ऊर्जा पुनः जागृत होकर हमें आशीष रूप में उपचार प्रदान करती है।
पूर्व दिशा सूर्य देव की दिशा है। इस दिशा में कम ऊंचाई वाले पौधे लगाने चाहिए। हरी घास बिछाकर इस दिशा में समय व्यतीत करने से व्यक्ति सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करता है। ऐसा करने से व्यक्ति को आत्मविश्वास, यश तथा आरोग्यता का आशीष प्राप्त होता है। सिर दर्द, आंखों की रोशनी, हड्डी के रोग, हृदय रोग, उच्च रक्त संचार, थकान व कमजोरी पर विजय प्राप्त कर एक व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है।
ज्योतिष अनुसार दक्षिण दिशा मंगल की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में लाल फूल के पौधे लगाने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। अशांति, मतभेद, विवाद, रोग-शोक ,अग्निकांड, भाई से झगड़ा, अचल संपत्ति विवाद, रक्त विकार आदि से मुक्ति के लिए दक्षिण दिशा में लाल फूल के पौधे लगाना किसी चमत्कारिक उपाय से कम नहीं है। जीवन में प्रसिद्धि पाने का यह उत्तम व सरल उपाय है।
घर की पश्चिम दिशा चंद्रमा की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में चमेली, बेला, एलोवेरा, कड़ी पत्ता आदि के पौधे लगाने से व्यक्ति व वातावरण दोनों की शुद्धि होती है। पश्चिम दिशा के शुद्ध होने से घर में रहने वाले शिशुओं व बच्चों का मानसिक विकास भी होता है। व्यक्ति में डर की मात्रा कम होती है और मानसिक चिंता, अवसाद, सर्दी-जुकाम, गुप्त रोग, गठिया, खांसी, पाचन संबंधी बीमारियों में सुधार आता है।
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वास्तु में शुभ और अशुभ पेड़ पौधे
तुलसी: तुलसी के पौधे को हर हिन्दू परिवार में देखा जा सकता है | यह साक्षात् लक्ष्मी का ही रूप है | इसकी सुबह और शाम पूजा भी की जानी चाहिए | घर में आने वाले संकेत के बारे में तुलसी का पौधा बताता है | हर संध्या को घी का दीपक जलाकर तुलसी जी की आरती की जानी चाहिए | तुलसी के पौधे में अद्भुत औषधीय गुण भी होते है | यह वास्तु दोषों से भी घर की रक्षा करती है |
नारियल: नारियल के पेड़ को भी शुभ माना गया है। कहते हैं जिस घर में नारियल के पेड़ होते हैं, उनके मान-सम्मान में खूब वृद्धि होती है।
आंवला: यह पेड़ बहुत ही गुणकारी और औषधीय गुण से भरपूर माना गया है | हिन्दू धर्म में आंवला नवमी के दिन इसकी पूजा और परिक्रमा की जाती है | यह सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकता है । इसे उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत लाभकारी माना गया है।
केला: केले का पौधा हिन्दू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना गया है। गुरुवार को सत्यनारायण भगवान की पूजा में इस पेड़ की भी पूजा की जाती है और अक्सर पूजा अर्चना के समय केले के पत्ते का ही इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए घर में केले का पेड़ ईशान कोण में हो तो बेहतर है।
नीम: यह पेड़ स्वास्थ्य और वास्तु के हिसाब से घर में लगाना अच्छा माना जाता है | इसकी कच्ची पत्तियाँ खून की सफाई करती है और इसकी टहनी से दातुन किया जाता है |
अनार का पेड़ : वास्तु के अनुसार, यह ग्रह दोष को दूर करने और घर को समृद्धि देने वाला पेड़ है | यह पेड़ अशुभ ग्रहों के दोषों से बचाव करने वाला बताया गया है |
अशोक : अशोक का वृक्ष घर में उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। जिससे गृह में सकारात्मक ऊर्जा का संचारण बना रहता है। घर में अशोक के वृक्ष होने से सुख, शन्ति एवं समृद्धि बनी रहती है एंव अकाल मृत्यु नहीं होती है। परिवार की महिलाओं को शारीरिक व मानसिक ऊर्जा में वृद्धि होती है। यदि महिलायें अशोक के वृक्ष पर प्रतिदिन जल अर्पित करती रहे तो उनकी इच्छायें एवं वैवाहिक जीवन में सुखद वातावरण बना रहता है।
बांस: इस पौधे को भी वास्तु और चीनी वास्तुशास्त्र फेंग शुई में शुभ बताया गया है | यह घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है । बांस के पेड़ के बारे में कहा जाता है कि यह हर वातारण में तमाम मुश्किलों के बाद भी तेजी से बढ़ता है। इसको लगाने से घर के सदस्यों की उम्र भी बढती है |
बेलपत्र : भगवान शिव को बेल पत्र का पौधा बेहद पसंद है, सावन मास में इसके बिना शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है । यह पेड़ घर में सम्पन्नता और लक्ष्मी का वास करता है |
अशुभ पेड़ पौधे
घर के अन्दर और पास में कभी भी कांटेदार पेड़ पौधे नही रखने चाहिए | ऐसे पौधे भी नही लगाये जिसमे से दूध निकलता हो | कुछ पेड़ पौधो पर भूत प्रेतों का वास बताया गया है , उन्हें भी घर पर कभी नही लगाना चाहिए |
पीपल का धर्म में अत्यंत महत्व है पर इसे घर पर कभी नही लगाना चाहिए | आम का पेड़ , बबुल , अरण्डी , बोनसाई भी घर में नही लगाये | यह घर में कलेश और दुःख लाने वाले वृक्ष है