सूर्य ग्रहण 2018 (Solar Eclipse 2018)
15 फरवरी को सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) है जो इस साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा.भौतिक विज्ञानं की दृस्टि से जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के कारण सूर्य की ज्योति ढक जाती है। इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। यह घटना हमेशा अमावस्या को घटित होती है। अभी हाल में पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) था. इसके बाद अमावस्या को सूर्य ग्रहण पड़ रहा है. हालांकि यह ग्रहण आंशिक है क्योंकि इसे सब जगह नहीं देखा जाएगा. इसे दक्षिणी अमेरिका, उरुग्वे और ब्राजील में ही देखा जा सकेगा. कहा जा रहा है कि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा.
सूतक में कुछ काम हैं वर्जित
ग्रह दशा के मुताबिक सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है. इस दौरान कुछ काम करने की मनाही होती है. इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम करने से बचना चाहिए.
ग्रहण का क्या है समय?
भारतीय समय के मुताबिक, यह ग्रहण 15 फरवरी की रात 12 बजकर 25 मिनट पर शुरू होगा और सुबह चार बजे इसका मोक्ष होगा. लेकिन बताया जा रहा है 15 फरवरी को सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा क्योंकि इसका असर आंशिक है | आंशिक सूर्यग्रहण उस समय घटित होती है जब चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाए की पृथ्वी से सूर्य का कुछ भाग ही दिखाई देता है। इस घटना को आंशिक सूर्य ग्रहण कहते है । सम्पूर्ण सूर्य ग्रहण उस समय घटित होती है जब चन्द्रमा पृथ्वी के अत्यधिक समीप रहते हुए पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। इस कारण चन्द्रमा पूरी तरह से पृथ्वी को अपनी छाया क्षेत्र में ले लेता है। सम्पूर्ण सूर्य ग्रहण में पृथ्वी पर अंधकार जैसी स्थिति उतपन्न हो जाती है और घटना के दिन पृथ्वी से सूर्य दिखाई नही देता है। इस प्रकार का ग्रहण सम्पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि सूतक हावी रहता है. ग्रहण के बाद गरीबों में अन्न या अपनी राशि के अनुसार दान करना अच्छा माना जाता है. ग्रहण में गर्भवती महिलाओं बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ऐसी धारणा है कि उस वक्त की कुछ किरणें खतरनाक असर डाल सकती हैं. ग्रहण के दौरान पूजा पाठ का विधान है. 13 फरवरी को सूर्य मकर राशि से कुंभ राशि में अपना स्थान बदल रहा है. इसके बाद सूर्य ग्रहण है. ऐसी दशा में सभी 12 राशियों पर सूर्य के इस गोचर का असर देखा जाएगा. जहां एक तरफ कुछ राशियों के लिए यह ग्रहण अच्छा साबित होगा वहीं कुछ राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव रहेगा.
कहां-कहां दिखेगा ग्रहण?
यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका जिसमें अर्जेंटीना और चिली शामिल हैं, उरुग्वे और ब्राजील जैसे देशों में देखा जाएगा. एंटार्कटिका में यह अधिक देखा जाएगा.
सूर्य ग्रहण की पौराणिक कथा
वेदो,पुराणो तथा शास्त्रो में सूर्य ग्रहण एवम चन्द्र ग्रहण का कारण राहु-केतु को बताया गया है। पौराणिक कथा के अनुसार दैविक काल में जब देवताओ को अमृत पान तथा दैत्यों को वारुणी पान कराया जा रहा था तब इस बात की खबर दैत्य राहु को हुआ। दैत्य राहु ने छुपकर देवता की पंक्ति में जाकर बैठ गया परन्तु अमृत पान के पश्चात इस बात को सूर्य एवम चन्द्र ने उजागर कर दिया।
दैत्य के इस कार्य के लिए भगवान विष्णु अति क्रोधित हो गए और उन्होंने तत्काल ही अपने सुदर्शन चक्र से दैत्य राहु का सर धड़ से अलग कर दिया। जिससे दैत्य राहु का सर शरीर से अलग हो गया। परन्तु दैत्य राहु ने अमृत पान कर लिया था अतः वह निष्प्राण होने के बजाय ग्रहो की भांति हो गया।
तदुपरांत, ब्रह्मा जी ने दैत्य राहु के दोनों हिस्सों में से एक राहु को चन्द्रमा छाया में जबकि केतु को पृथ्वी की छाया में स्थान दिया है। अतः ग्रहण के समय राहु-केतु सूर्य और चन्द्रमा के समीप रहता है। इसलिए सूर्य या चन्द्र ग्रहण के समय राहु-केतु की पूजा करना मंगल प्रदान करने वाला है। राहु-केतु केवल सूर्य और चन्द्र ग्रहण के समय दिखाई देता है।
ज्योतिष अनुसार 12 राशियों पर यह रहेगा प्रभाव सूर्य ग्रहण का
मेष राशि
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कोई भी खगोलीय घटना होती है तो उसका राशि अनुसार प्रभाव आपके ऊपर जरूर होता है। तो चलिए जानते हैं आपकी राशि अनुसार यह ग्रहण आपके लिए क्या लेकर आ रहा है। मेष राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण मान-समान बढ़ाने वाला साबित होगा। आपकी आय भी बढ़ेगी और साथ ही साथ व्यवसाय में भी लाभ होगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातक अपने कार्यक्षेत्र में व्यस्त रहेंगे और आपकी इस खूबी की वजह से आपको वाहवाही मिलेगी। आपके व्यवसाय में भी विस्तार होने की संभावना है, आपको स्वयं की वाणी पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। 16 फरवरी के बाद आपको धन कमाने के कई मौके भी मिलेंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों को 16 फरवरी के बाद किसी भी वाद-विवाद की स्थिति में बचना चाहिए। आपके विरोधी शांत और परास्त होने जा रहे हैं, आपको धनलाभ की भी संभावना है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य ज्यादा अच्छा नहीं रहेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को ग्रहण के बाद कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है, आपको कॅरियर के लिहाज से भी अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। व्यवसाय में धन लाभ होगा। कोई पुराना मित्र व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी लाभ पहुंचा सकता है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के अधूरे काम पूरे हो जाएंगे, आपको बस अपने व्यय पर नियंत्रण रखना होगा। आप किसी कानूनी विवाद में उलझ सकते हैं, दुर्घटना के भी योग बन रहे हैं, आपको सावधान रहने की बहुत जरूरत है।
कन्या राशि
जिन जातकों की राशि कन्या है तो आपके लिए ग्रहण के बाद का समय अनुकूल रहने वाला है। आपके कार्यक्षेत्र में भी विस्तार संभव है, अटके धन की प्राप्ति आपको हो सकती है। व्यवसाय में लाभ मिलने की उम्मीद। साथ ही विदेश यात्रा के भी योग हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों का ग्रहण के बाद मन थोड़ा विचलित हो सकता है, आपका मानसिक तनाव भी बहुत बढ़ने वाला है। आपको धन के मामले में नुकसान सहन करना पड़ेगा, सावधान रहें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण कानूनी परेशानी से मुक्ति दिलवाने वाला है। व्यवसाय में काफी सुधार देख सकते हैं, धर्म-कर्म के मामलों में भी आपकी रुचि बढ़ेगी।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय प्रतिकूल प्रभाव वाला रहेगा। आपको किसी भी अजनबी व्यक्ति से दूर रहने एके सलाह दी जाती है। आपको व्यवसायिक निर्णय भी सोच-समझकर लेना चाहिए।
मकर राशि
कार्यक्षेत्र में आपको कोई नया पदभार संभालना पड़ सकता है, अचल संपत्ति से लाभ मिलेगा। आपका व्यवसायिक लाभ भी बढ़ेगा, उसे संभालने के लिए तैयार रहें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए व्यय के साधनों में बढ़ोतरी होगी, आपका नौकरी में भी मन नहीं लगेगा। आपको व्यवसाय में लाभ तो होगा लेकिन खर्च भी आसमान छुएंगे। आपको धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के उत्साह में अत्याधिक वृद्धि होगी। आपको नौकरी में भी उन्नति के अपार अवसर प्राप्त होंगे। संतान पक्ष से चिंता रहेगी और व्यवसाय में लाभ होगा।