शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय

Putra Prapti Ke Upay – शिव पुराण (Shiv Puran) के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने से संतान प्राप्ति निश्चित है। रुद्राभिषेक, शिवलिंग का अभिषेक और शिव चालीसा का पाठ करना भी संतान प्राप्ति के लिए वरदान सिद्ध हो सकता है। संतान से ही व्यक्ति को मोक्ष प्राप्ति का रास्ता मिलता है और पितरों को आत्मा की शांति भी मिलती है। इसलिए हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी संतान हो और वंश की वृद्धि हो सके। परन्तु व्यक्ति की कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की ऐसी स्थिति बन जाती है, जिससे संतान प्राप्ति में बाधा आने लगती है। इस तरह की बाधाओं से मुक्ति के लिए शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय करने से ग्रहों को अनुकूल बनाया जा सकता है, आपको संतान की प्राप्ति हो सकती है।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय 
शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के उपाय

धर्म शास्त्रों में शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के कई उपाय बतलाये गए है लेकिन उनमे से यहाँ हम 7 उपाय बता रहे हैं, जिसको करके कोई भी दंपति पुत्र प्राप्ति कर सकते हैं, उन्हें संतान की प्राप्ति हो जाएगी।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के 7 उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का पहला उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति हेतु 21 गुरुवार तक बालमुकुंद भगवान यानी (लड्डू गोपाल) जी की मूर्ति की पूजा करें। इस दौरान माखन मिश्री एवं गुड व चने का भोग लगाएं। शुद्ध घी का दीप जलाकर इस मंत्र (ऊं क्लीं देवकी सूत गोविंदो वासुदेव जगतपते देहि मे, तनयं कृष्ण त्वामहम् शरणंगता: क्लीं ऊंका।।) का सवा लाख बार जाप करें, पुत्र प्राप्ति होगी‌।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का दूसरा उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति करने हेतु दूसरे उपाय के अंतर्गत 11 व्रत करने होंगे, जिसमें भगवान की पूजा अर्चना करना भी शामिल है। इसके अलावा भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु शिव महिमा का भी पाठ करना चाहिए।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का तीसरा उपाय

शिव पुराण के अनुसार संतान प्राप्ति हेतु तीसरा उपाय करने के लिए भगवान शिव के व्रत करें तथा छोटे छोटे बालक बालिकाओं को खाना खिलाएं और उनके पढ़ाई का खर्च उठाएं संतान प्राप्ति होगी।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का चौथा उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के लिए हर सोमवार को 21 कन्याओं को भोजन करवाना चाहिए तथा शिव की पूजा करनी चाहिए, श्रावण मास में ऐसा करने से पुत्र की प्राप्ति होगी।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का पांचवां उपाय

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति हेतु पांचवा उपाय पेड़ लगाकर करें, ज्यादा से ज्यादा हरे भरे पेड़ लगाएं, जिसमें आम, पीपल, नीम इत्यादि शामिल है। ऐसा करने से पुत्र प्राप्ति होगी।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का छठा उपाय

भगवान शिव का अभिषेक करायें तथा सूर्योदय के समय तिल के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के पास जलायें, लाभ अवश्य होगा। मां दुर्गा के दरबार में सुहाग सामिग्री चढ़ाये तथा सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें तो भी अवश्य लाभ मिलेगा।

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति का सातवा उपाय

शिव पूजा में शिवाभिषेक के पश्चात शिवलिंग पर धतूरे के फूल चढ़ाने से भगवान शंकर सुयोग्य पुत्र प्रदान करते हैं। और साथ ही शिव पुराण का पाठ करने से नि:संतान दंपति को संतान की प्राप्ति होती है

शिव पुराण के अनुसार पुत्र प्राप्ति के लिए शिव की आराधना करे

जिस भी दंपति को पुत्र प्राप्ति की चाहत हैं, उन्हें शिव की आराधना जरूर करनी चाहिए। सोमवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करके शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर अपने श्रद्धा और सच्चे मन से भगवान शिव की आराधना करें। भगवान शिव की सेवा करें, इस दौरान नारियल के बीज को निकालकर शिवलिंग के पास रखा कर देसी घी से दीपक जलाएं और शिव की आराधना करें, जिससे पुत्र प्राप्ति होगी।

धर्म शास्त्रों के अनुसार सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न कर के पुत्र की प्राप्ति कर सकते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन जल्दी उठकर स्नान करके पवित्र मन से ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए‌, यह जाप नित्य 108 बार करें। और साथ ही इसके लिए आपको हर सोमवार को व्रत रखना चाहिए।

संतान प्राप्ति के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा साथ में करना अत्यंत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से निसंतान दंपतियों को संतान की उत्पत्ति होती है। इसीलिए निसंतान दंपति को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए।

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