मनचाही नौकरी पाने के टोटके व उपाय
आज हम नौकरी पाने के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए, नौकरी पाने के लिए मंत्र, नौकरी पाने के लिए रामायण की चौपाई, सरकारी नौकरी में सफलता के उपाय और नौकरी में प्रमोशन के उपाय के साथ नौकरी में सफलता के उपाय के बारे में पढ़ेंगे क्यों की बेरोज़गारी के इस दौर में आज हर कोई नौकरी पाने की कोशिश कर रहा है। आज हर कोई सरकारी और प्राइवेट नौकरी में सफलता चाहता है लेकिन लगातार मिलने वाली असफलता से परेशान है। ऐसे में हर व्यक्ति नौकरी पाने के उपाय जानना चाहता है। तो चलिए ज्योतिष अनुसार नौकरी पाने के उपाय क्या है देखते है –
नौकरी पाने के लिए किस देवता की पूजा करनी चाहिए
बजरंग बली को करें प्रसन्न – अच्छी नौकरी पाने के लिए घर में हनुमान जी की हवा में उड़ती हुई तस्वीर लगाएं। इसके साथ ही मंगलवार के दिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। किसी भी माह के मंगलवार से शुरू करते हुए 40 दिनों तक रोजाना नंगे पैर बजरंगबली के मंदिर में जाएं और उन्हें लाल गुलाब अर्पित करें।
गणपति जी की करें आराधना – नौकरी के उपाय के संबंध में किसी भी चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर में लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई हो। इसके साथ ही विघ्नहर्ता भगवान गणेश की आराधना करें। उनके समक्ष लौंग तथा सुपारी चढ़ाएं। इंटरव्यू पर जाते वक्त उस लौंग तथा सुपारी को साथ लेकर जाएं, सारे काम सिद्ध होंगे।
नौकरी के लिए शिव पूजा
मनचाही जॉब पाने के लिए भगवान शिव की आराधना करना चाहिए। हर सोमवार शिव जी के मंदिर में जाकर कच्चा दूध, साबुत चावल (जो टूटे हुए न हों) अर्पित करें और भोलेनाथ से अपने मन की बात कहें। ऐसा करने से आपकी नौकरी में आने वाली सारी मुसीबतें दूर हो जाएंगी। भगवान शिव का पूजन नौकरी पाने का अहम उपाय है।
नौकरी में सफलता के उपाय – नौकरी पाने के लिए मंत्र
1.इंटरव्यू देने जाते समय यदि रास्ते में कोई गाय नज़र आ जाए तो उसे आटा-गुड़ खिला कर जाएं।
2.एक नींबू के ऊपर चार लौंग गाड़ दें और ‘ॐ श्री हनुमते नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करके नींबू को अपने साथ लेकर जाएं। आपका काम अवश्य बन जाएगा।
3.जॉब के लिए इंटरव्यू पर जाने से पहले ‘ॐ नम: भगवती पद्मावती ऋद्धि-सिद्धि दायिनी’ मंत्र का 108 बार जाप कर लें। सच्चे मन से जाप करने पर आपकी कामना पूर्ण होगी।
4.सात प्रकार के अनाज को मिलाकर रोज सुबह पक्षियों को खिलाएं और मंदिर जाकर भगवान के दर्शन ज़रूर करें।
5.शाम के वक्त हनुमान जी के मंदिर में जाकर “कवन सो काज कठिन जग माहि, जो नहीं होय तात तुम पाहीं” दोहे का 108 बार जाप करें।
6.हर शनिवार को शनि देव की पूजा करनी चाहिए और पूजा करते हुए “ॐ शं शनैश्चराय नम:” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में किसी भी ग्रह द्वारा सभी तरह की बाधाएं दूर होती हैं और आपके नौकरी या रोज़गार मिलने के योग बढ़ जाते हैं।
मनचाही नौकरी पाने के टोटके lal kitab
इंटरव्यू देने से पहले घर से दही और चीनी खाकर ही निकलें। घर से निकलते समय अपना दायां पैर आगे रखें, ऐसा करने से सब मंगल ही मंगल होगा।
इंटरव्यू वाले दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर लें और उस पानी में थोड़ी सी पिसी हल्दी मिला लें। इसके पश्चात् भगवान के आगे 11 अगरबत्ती जलाएं और कामयाबी हासिल करने के लिए प्रार्थना करें। यह भी नौकरी पाने का खास उपाय है।
यदि सफलता में अटकले आ रही हों तो शुक्ल पक्ष के दौरान हल्दी की 7 साबुत गांठें, 7 गुड़ की डलियां, एक रुपये का सिक्का किसी पीले कपड़े में बांधकर रेलवे लाइन के पार फेंक दें। फेंकते समय कहें, काम दे…ऐसा करने से आपकी सफलता की संभावनाएं बढ़ने लग जाएंगी।
पुराणों में नौकरी के उपाय या उसमें सफलता हासिल करने के लिए पीपल के पेड़ की सेवा का उल्लेख किया गया है। शास्त्रों के मुताबिक पीपल के पेड़ पर देवताओं और पितरों का वास माना गया है। पीपल के वृक्ष पर रविवार के अलावा हर दिन सुबह जल चढ़ाएं। शनिवार के दिन जल में थोड़ा सा दूध भी मिला लें और शाम को तेल का दीया जलाएं। ऐसा करने से आजीविका के साधन प्राप्त होंगे और नौकरी व व्यापार में लाभ होगा।
5.लाख प्रयासों के बावजूद भी यदि सफलता नहीं मिल रही हो तो कुंए में दूध डालें। ऐसा करते वक्त इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि कुआं सूखा न हो, उसमें पानी ज़रूर हो। इस उपाय को करते वक्त किसी से भी इस बात का ज़िक्र न करें। ये सभी नौकरी के अहम उपाय हैं।
नौकरी में प्रमोशन के उपाय
नौकरी पाने के लिए रामायण की चौपाई
रामचरितमानस के दोहा और चौपाई अपने आप में मंत्र हैं और ऐसे ही इन चौपाइयों का अपने विशिष्ट प्रयोग के लिए जाप किया जाए और उसका पाठ किया जाए तो हर हाल में मनोवांछित सफलता मिलती है। राम चरितमानस की यह चौपाई रामायण के बालकांड से ली गई है और इसका पाठ करने पर जल्द ही नौकरी लगने के योग बनते है।
बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई॥
जाके सुमिरन तें रिपु नासा। नाम सत्रुहन बेद प्रकासा॥
भावार्थ– जो संसार का भरण-पोषण करते हैं, उन (आपके दूसरे पुत्र) का नाम ‘भरत’ होगा। जिनके स्मरण मात्र से शत्रु का नाश होता है, उनका वेदों में प्रसिद्ध ‘शत्रुघ्न’ नाम है।