सुधांशु जी महाराज
सुधांशु जी महाराज साधारण असाधारण युगपुरुष हैं, जो आकर्षक एवं श्रद्धेय व्यक्तित्व, शुचिता, सम्पन्न भाषा तथा मृदुवाणी एवं स्पष्ट वैचारिक द्दढ़ता से युक्त समाजसेवी उपदेशक एवं समाजोन्मुखी वातावरण के प्रवर्तक हैं। विश्व भर में सुधांशु जी महाराज के करोड़ों अनुयायी हैं, जो उनके दिशा-निर्देश का अनुपालन करते हुए स्वास्थ्य, सुंदर सहयोगी और सहिष्णु-सामाजिक परिवेश के निर्माण में रत हैं सुधांशु जी महाराज का जन्म 2 मई 1955 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुआ।इन्होंने गायत्री मंत्र द्वारा अज्ञानता दूर करने की विधि को जाना। बाल्यावस्था में ही इन्होंने मंत्र और श्लोकों का अच्छा ज्ञान अर्जित कर लिया था। 24 मार्च 1991 को रामनवमी के दिन इन्होंने दिल्ली में विश्व जागृति मिशन की स्थापना की।
देश-विदेश में इसकी कुल 80 शाखाएं हैं। इस मिशन के द्वारा सुधांशु जी महाराज भारत ही नहीं विदेशों में भी अध्यात्म और जनकल्याण का संदेश प्रचारित कर रहे हैं। इनका मिशन निर्धनों और कमज़ोर व्यक्तियों की सहायता करता है।दिल्ली स्थित इनके आनन्दधम आश्रम में अस्पताल मौजूद हैं जहां गरीब व्यक्तियों को मुफ्त चिकित्सा सेवा उपलब्ध करायी जाती है।
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अन्य आश्रमों में भी बुजुर्गों एवं गरीबों के लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है। समय-समय पर विश्व जागृति मिशन के द्वारा सुधांशु जी महाराज देश-दुनिया में पीड़ित लोगों की सेवाओं में भी योगदान देते हैं।