हनुमान जी की पूजा – Hanuman Puja
आज हम महिलाओ को हनुमान जी की पूजा कैसे करनी चाहिए और हनुमान जी की पूजा के नियम के साथ हनुमान जी की पूजा की विधि (Hanuman Puja Vidhi) जैसे तथ्यों को इस पोस्ट में कवर करेंगे तो चलिए शरू करते है –
भगवान हनुमान को मंगलवार का दिन समर्पित होता है। उन्हें सनातन धर्म में अपने भक्तों के सभी संकटों को नष्ट करना वाले देवता के तौर पर जाना जाता है। भगवान श्रीराम के वे बेहद प्रिय हैं और अष्ट सिद्धि व नौ निधि के दाता माने जाते हैं। भगवान हनुमान की यदि किसी जातक पर कृपा हो जाये तो कोई भी उसका बाल बांका नहीं कर सकता है। वैसे जातक जिनकी कुंडली में शनि की साढ़े साटी या ढैया चल रही हो, उन्हें विशेष तौर पर भगवान हनुमान के पूजा (hanuman puja) की सलाह दी जाती है।
हनुमान जी की पूजा के नियम
वैसे तो हनुमान जी की पूजा (hanuman puja) में वही सारे नियम लागू होते हैं जो अन्य देवताओं की पूजा के दौरान लागू होते हैं लेकिन हनुमान जी की पूजा के दौरान महिलाओं के लिए कुछ नियम जरूर हैं जिनका अगर ढंग से पालन न हो तो हनुमान जी बेहद रुष्ट होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान हनुमान बाल ब्रह्मचारी हैं और में वे दुनिया की सभी स्त्रियों को अपनी माता का दर्जा देते हैं। आज हम आपको इस लेख में उन्हीं नियमों के बारे में बताने वाले हैं जिनका हनुमान जी की पूजा के दौरान महिलाओं को विशेष तौर पर ध्यान रखने की आवश्यकता है।
हनुमान जी की पूजा की विधि – Hanuman Puja Vidhi
मंगलवार के दिन सबसे पहले सुबह उठकर स्नान आदि कर निवृत होकर लाल वस्त्र धारंण करें। इस दिन आप मंदिर व घर कहीं भी पूजा-पाठ कर सकते हैं। यदि आप घर में पूजा करते हैं तो ईशान कोण को साफ कर यहां पर एक चौकी स्थापित करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं। फिर उस पर हनुमान जी की मूर्ती स्थापित करें और वहां पर भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा अवश्य रखें। इसके बाद घी का दीपक और धूप दीप जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें। फिर लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं।
इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर हनुमान जी की आरती करें और भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं। वहीं यदि आपने मंगलावर का व्रत रखा है तो ध्यान रहे कि आपको इस दिन सिर्फ एक बार शाम के समय भोजन करना है। इस दौरान आप अपने भोजन में केवल मीठा भोजन सम्मिलित करें। दिन में आप दूध, केले और मीठे फलहार को शामिल करें।
हनुमान जी की पूजा के दौरान महिलाएं के लिए वर्जित कार्य – Hanuman Puja By Ladies
- महिलाओं को कभी भी हनुमान जी का स्पर्श नहीं करना चाहिए। इससे भगवान हनुमान रुष्ट होते हैं।
- महिलाएं भगवान हनुमान को पंचामृत स्नान नहीं करवा सकती हैं। ऐसा करना निषेध माना गया है।
- महिलाओं को हनुमान जी के चरण तक स्पर्श नहीं करने चाहिए। हनुमान जी महिलाओं को माता का दर्जा देते हैं।
- महिलाएं भगवान हनुमान को वस्त्र और यज्ञोपवीत भी अर्पित नहीं कर सकती हैं। ऐसा करना निषेध माना गया है।
- महिलाओं को भगवान हनुमान को कभी भी सिंदूर नहीं अर्पित करना चाहिए। इससे भगवान हनुमान रुष्ट होते हैं।
- महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए। ऐसा करना निषेध माना गया है।
- महिलाएं भगवान हनुमान को चोला भी अर्पित नहीं कर सकती हैं।
आइये अब आपको बता देते हैं कि वे कौन से कार्य हैं जो महिलाएं भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए कर सकती हैं।
हनुमान जी की पूजा के दौरान महिलाएं के लिए स्वीकृत कार्य
- महिलाएं मंगलवार का व्रत रख सकती हैं। इस पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं हैं। व्रत रखें तो नमक ण ग्रहण करें और ण ही अनाज का सेवन करें।
- महिलाएं अपने हाथों से भगवान हनुमान के लिए प्रसाद तैयार कर सकती हैं। इस पर किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं है।
- महिलाएं हनुमान चालीसा, हनुमानाष्टक, सुंदरकांड आदि का पाठ कर सकती हैं।
- महिलाएं भगवान हनुमान को धूप, दीप, पुष्प आदि अर्पित कर सकती हैं।
हनुमान जी की पूजा का समय
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा (hanuman puja) का शुभ मुहूर्त सुबह और शाम दोनों होता है। इस दिन आप सुबह सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं। सूर्योदय के बाद पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को सूर्यास्त के बाद होता है।